गम् धातु के रूप संस्कृत में | Gam Dhatu Roop in Sanskrit - All Lakar

Gam dhatu roop: आज मैं आपके लिए गम् धातु रूप संस्कृत में (gam dhatu roop in Sanskrit) लेकर आया हूँ। यह संस्कृत व्याकरण का एक महत्वपूर्ण टॉपिक है जिसे हर एक विद्यार्थी को जानना जरूरी है। यहां हम सभी लकार के साथ संस्कृत में गम् धातु रूप पर चर्चा करेंगे।

गम् धातु भ्वादिगणीय धातु शब्द है। समस्त भ्वादिगणीय धातुओं के धातु रूप भी इसी प्रकार बनाए जाते हैं। इस पोस्ट में आप संस्कृत में गम् धातु के पांचो लकार सीखेंगे।

Gam Dhatu Roop in Sanskrit | Gach Dhatu Roop in Sanskrit

गम धातु (gam dhatu roop) का रूप जाने से पहले आपको यह जान लेना जरूरी है कि गम्का हिंदी क्या होता है? गम्/गच्छ का मतलब जाना (गमन क्रिया) से है।

जैसे-  वह घर जाता है - स: गृहं गच्छति।

gam dhatu roop in sanskrit
गम् धातु रूप

Gam Dhatu Roop in Sanskrit | Gam Dhatu in Sanskrit

गम्/गच्छ धातु रूप संस्कृत में (dhatu roop of gam in sanskrit) सभी लकारों, पुरुष एवं तीनों वचन में दिए गए हैं नीचे हमने आपके लिए गम् धातु के पांचो लकार(all lakar) का पीडीऍफ़ फाइल भी दिया है आप इसे डाउनलोड कर सकते हैं।

1. लङ्लकार – भूतकाल (gam dhatu lang lakar)

पुरुषएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषअगच्छत्अगच्छताम्अगच्छन्
मध्यम पुरुषअगच्छःअगच्छतम्अगच्छत
उत्तम पुरुषअगच्छम्अगच्छावअगच्छाम

2. लृट्लकार–भविष्य काल (gam dhatu Lrit lakar)

पुरुषएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषगमिष्यतिगमिष्यतःगमिष्यन्ति
मध्यम पुरुषगमिष्यसिगमिष्यथःगमिष्यथ
उत्तम पुरुषगमिष्यामि गमिष्यावःगमिष्यामः

3. लट्लकार –वर्तमान काल (gam dhatu lat lakar)

पुरुषएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषगच्छतिगच्छतःगच्छन्ति
मध्यम पुरुषगच्छसिगच्छथःगच्छथ
उत्तम पुरुषगच्छामिगच्छावःगच्छामः

4. विधिलिङ् लकार– संभावना/चाहिए के अर्थ में (gam dhatu vidhiling lakar)

पुरुषएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषगच्छेत्गच्छेताम्गच्छेयुः
मध्यम पुरुषगच्छेःगच्छेतम्गच्छेत
उत्तम पुरुषगच्छेयम्गच्छेवगच्छेम

5. लोट् लकार– अनुज्ञा/आदेशवाचक (gam dhatu lot lakar)

पुरुषएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषगच्छतुगच्छताम्गच्छन्तु
मध्यम पुरुषगच्छगच्छतम्गच्छत
उत्तम पुरुषगच्छानिगच्छावगच्छाम

नीचे दिए गए भ्वादिगणीय धातु शब्दों के रूप गम् धातु की तरह होते हैं।

गर्ज् (गर्जन करना), चर्व् (चबाना),  लुन्थ् (चोरी करना), पत् (गिरना), भ्रम् (घूमना), खन् (खोदना), रक्ष् (रक्षा करना), मूर्छ (बेहोश होना), वद् (कहना), क्रन्द् (रोना), ज्वल (जलना), नन्द् (खुश होना), ब्रज् (जाना), चर् (घूमना), खाद् (खाने के लिए), निन्द् (निंदा करना), क्रीड् (खेलना), हस् (हसना)    

Gam Dhatu Roop in Sanskrit All Lakar  Pdf Download


निष्कर्ष-

मुझे उम्मीद है की आपको गम् धातु के पांचो लकार (Gam Dhatu Roop in Sanskrit) की जानकारी मिल गयी होगी। अगर यह लेख आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले। 

आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं कि हमें आगे किस धातु के रूप को प्रकाशित करना चाहिए।इसके बारे में अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

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